Tuesday, August 9, 2011

तनिक मुस्कुराओ ना !

इतनी चिंता कि भाल पर पड़े हैं बल?
मुस्कुराओ कि गाल पर पड़े डिम्पल 
मुस्कुराने से प्यार बढ़ता है 
थोडा हंसने से वैर घटता  है
दाम इसके नहीं है थोड़े भी
शान इसकी है पर अनोखी ही 
देने वाले का कुछ नहीं घटता 
मुस्कुराने से मान है बढ़ता
होगी मुस्कान मात्र इक पल की
बन उठेगी ये याद जीवन की
घर में खुशहाली लेके आएगी 
खुशियाँ सर्वत्र ये बिछाएगी 
ना तो ये मोल कहीं मिलती है
ना उधारी ही इसकी चलती है
ये सहेली है जिंदगी भर की
साथ देगी ये उम्र भर यूं ही
जिसने मुस्कान बांटी न हो कभी 
उसको दे डालो ये अभी की अभी
शायद उसको बहुत ज़रूरत है
असली मुस्कान की ये कीमत है
अब हंसी को ज़रा फैलाओ ना
मन मेरे ; तनिक मुस्कुराओ ना !



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