Monday, February 27, 2012

सूजन होने पर ..........

हाथों पैरों में सूजन हो या घुटनों में ; यह इस बात का संकेत है कि infections हो गये हैं . पैरों में सूजन इस बात को इंगित करता है कि शायद किडनी ठीक नहीं हैं . थायराइड की समस्या से भी सूजन हो सकती हैं . अगर immune system ठीक हो जाए तो सूजन ठीक हो सकती है . इसके लिए अनुलोम विलोम और कपालभाति प्राणायाम नियमित रूप से करें
                                                  सूजन होने पर water retention को कम करने के लिए , नमक बिलकुल कम खाएं या फिर कुछ दिनों के लिए नमक बंद ही कर दें . जौ का प्रयोग करें . जौ का पानी , दलिया , आटा, रोटी या भुने हुए जौ खाएं . सूजन को कम करने के लिए गोखरू , पुनर्नवा , वरुण छाल , नि:शोथ , मकोय आदि जड़ी बूटी प्रयोग में लाई जाती हैं . गोखरू को उबालकर उसका पानी लें , पुनर्नवा की जड़ का काढ़ा लें , पुनर्नवारिष्ट भी ले सकते हैं , या फिर पुनर्नवामंडूर की एक एक या दो दो  गोली अपने वजन व उम्र के अनुसार लें .  वरुण की छाल का काढ़ा भी बहुत उपयोगी रहता है .
                             इसके अतिरिक्त किडनी के कारण सूजन है तो सर्वक्ल्प क्वाथ या वृक्कदोषहर क्वाथ भी ले सकते हैं . गोक्षरादी गुग्ग्लू और चंद्रप्रभावटी का प्रयोग कर सकते हैं . सवेरे नीम के पत्तों का रस व शाम को पीपल  के पत्तों का रस लेने से भी किडनी के रोगों में आराम आता है . खाली पेट हो तब हथेली के बीच के point को दबाएँ . छोटी अंगुली के top पर दबाने से भी किडनी के रोग जल्दी ठीक होते हैं . सभी प्रकार के प्राणायाम करते रहने से तो बहुत जल्द ही सूजन उतरनी प्रारम्भ हो जाती है . 

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