Sunday, March 4, 2012

आंव (colitis)

आंव या संग्रहणी की समस्या होने पर बार बार शौच जाना पड़ता है . खाना खाते ही शौच की इच्छा होती है . इस बीमारी के कारण काफी कमजोरी आ जाती है . आँतों में सूजन और घाव हो जाते हैं . Ulcer भी हो जाते हैं .
                       इस बीमारी में दूध , घी और मीठा बिलकुल बंद कर देना चाहिए . इस बीमारी में छाछ का प्रयोग सर्वोत्तम है . दोपहर में छाछ में लवणभास्कर या हिंगवाष्टिक चूर्ण मिलाकर पी लें तो बहुत आराम आता है . अन्यथा छाछ में जीरा और सेंधा नमक डालकर ही पी लें .
                          कच्ची बेल का पावडर सवेरे शाम एक एक चम्मच पानी के साथ लेते रहने से भी यह बीमारी ठीक होती है . अनार के दाने खा लें या अनार का जूस खाली पेट लेते रहने से तो यह बीमारी अवश्य ही ठीक होती  है .
                    समस्या बहुत ही अधिक हो तो कुट्जारिष्ट 4-4 चम्मच लिया जा सकता है . अगर दस्त लगे हों तब भी  यह बहुत लाभदायक है . कुटजघनवटी या चित्रकादीवटी आंव की समस्या तो ठीक करती ही हैं साथ ही पाचन तन्त्र को भी मजबूत करती हैं .
                         गंगाधर   चूर्ण 50 ग्राम +बिल्वादी चूर्ण 50 ग्राम +शंख भस्म 10 ग्राम +कपर्दक भस्म 10 ग्राम +मुक्ताशुक्ति भस्म 10 ग्राम  ;   इन सबको मिलाकर एक एक चम्मच सवेरे शाम पानी के साथ लेने से colitis की बीमारी में पूरा आराम आता है .
                इसके अतिरिक्त सवेरे प्राणायाम करें . कपालभाति प्राणायाम बहुत धीरे धीरे करें . इससे आंव ठीक हो जायेंगे . लेकिन जोर से कपालभाति प्राणायाम करने पर , आँतों की सूजन बढ़ सकती है .
                   पैर की पिंडलियों को दबाने से और एक दो मिनट ताली बजाने से यह बीमारी जल्दी ठीक होने में सहायता मिलती है .

1 comment:

  1. mujhe bar bar sauch jana padta hai tatha guda marg me jalan bhi hota hai iska koi ilaj hai pse advice

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