Monday, December 17, 2012

गन्ना (sugar cane )



                                                 
गन्ने का नाम सुनते ही मुँह में रसधार बहने लगती है । यह भोजन करने से पहले चूसा जाए तो भूख बढ़ाता है और खाने बाद चूसा जाए तो पाचन शक्ति को बढाता है । इसके चूसने से दाँत और मसूढ़ों की मालिश होती है । मिश्री गन्ने के रस से ही बनती है । इसको किसी भी औषधि के साथ मिलाकर लिया जाये तो औषधीय गुण बढ़ जाते हैं ।
                    पीलिया रोग में इसका रस लिया जाए तो पीलिया जल्द ठीक होता है । इसके रस में धनिया और अदरक भी मिला लें तो और भी अच्छा रहेगा । इसका छिलका उतारकर , रात को ओस में रखकर अगर सवेरे इसे चूसा जाए तो लाभ और भी अधिक होता है । गन्ने के रस में अनार का रस मिलाकर लिया जाए तो पीलिया भी जल्द ठीक होता है और शरीर में खून की भी कमी भी नहीं होती ।
                             इसकी जड़ kidney के लिए बहुत लाभकारी है । इसके सेवन से पेशाब की जलन भी खत्म हो जाती है । Diabetes की बीमारी में भी इसकी जड़ का काढ़ा पीने से लाभ होता है । अगर रुक रुक कर पेशाब आता है तो इसकी 10 ग्राम जड़ का काढ़ा पीयें ।
                    इसके रस को चिकनी मिट्टी के बर्तन में रखें और 10-15 दिन तक उस रस से भरे बर्तन को मिट्टी में दबा दें । इसके बाद उस बर्तन में गन्ने का सिरका बन जाएगा । इसे 20-25 ml की मात्र में सौंठ व काली मिर्च मिलाकर लिया जाए तो पाचन क्रिया बहुत अच्छी हो जाती है । कमजोर पाचन वाले रोगियों के लिए यह बहुत अच्छी औषधि है । अगर भोजन करने के बाद थोडा गुड खा लिया जाए तो भी भोजन का पाचन अच्छी तरह होता है । गुड जीवनी शक्ति प्रदान करता है और ताकत को बढाता है ।
                                           जूट का ऐसी बोरी (बैग ) लें , जिसमे कि पिछले दो तीन साल पहले गुड का storage किया गया हो । इस बोरी को जलाकर राख कर लें । यह राख औषधि का कार्य करती है । इसकी 2-2 ग्राम की मात्रा लेने से रक्त प्रदर और श्वेत प्रदर (white discharge ) की बीमारी ठीक होती है । अगर द्स्त लगे हों तो इसे लेने से वे तुरंत बंद हो जाते है । दस्त होने पर गुड के साथ बेल का पावडर भी लिया जा सकता है ।
                                                     खांसी में पुराना गुड दवाई का कार्य करता है । पुराना गुड +अदरक +काली मिर्च मिलाकर गोलिया बना लें । इन्हें चूसते रहने से खाँसी ठीक हो जाती है । गला बंद हो गया हो तो गन्ने के टुकड़े  को आग में भूने और उसे चूसें । इससे गला तुरंत खुल जाएगा ।
                                 



             




                                   
                   
                         

Thursday, December 6, 2012

Happy birthday Mummiji !



मेरी पुत्रवधू रिद्धिमा ने यह प्यारी सी कविता मेरे जन्मदिवस पर मुझे भेंट की :


Someone who loves someone who cares
Someone who makes the day bright again
I feel very gracious
Coz few things in life are as precious

A morning cup of tea together
After a stroll in the garden
I know my day has started well
And I am ready to face my struggles

Talk about yummy kale chane or aloo matar
All I want is to lick my fingers
I see Her speed & efficiency
Her patience & energy
Can I ever get close to acquiring these qualities?

I know I will always have Her lap
When I am not well
With one affectionate wave of her hand
I will become sound as a bell

Her pearls of wisdom
Act like light to guide my path
I know I will never be alone
Coz She is around to hold my hand

I thank Her
For accepting me as Her child
For forgiving my mistakes
And making me a part of Her life

I hope She knows
That being with Her makes me love life more
I can’t help being loquacious
Coz few things in life are as precious